ताजा समाचार

Rachel Gupta: पंजाब की रेचल ने रच दिया इतिहास, मिस ग्रैंड इंटरनेशनल का खिताब जीतकर फिलीपींस की मॉडल को हराया

Rachel Gupta: पंजाब की रेचल  गुप्ता ने भारत का नाम रोशन करते हुए मिस ग्रैंड इंटरनेशनल का खिताब जीता है। 20 वर्षीय रेचल  ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित इस प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में इतिहास रचते हुए फिलीपींस की मॉडल को मात दी। इस जीत ने न केवल रेचल  के परिवार को गौरवान्वित किया है, बल्कि पूरे देश, राज्य और शहर को भी गर्वित किया है।

रेचल  की प्रेरणादायक यात्रा

रेचल  गुप्ता जालंधर के अर्बन एस्टेट में रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी शिक्षा के साथ-साथ मिस ग्रैंड इंटरनेशनल की तैयारी की है। यह प्रतियोगिता शुक्रवार को बैंकॉक में आयोजित की गई, जिसमें दुनिया भर के 60 देशों की 60 मॉडल्स ने हिस्सा लिया। रेचल  ने इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमाया।

Rachel Gupta: पंजाब की रेचल ने रच दिया इतिहास, मिस ग्रैंड इंटरनेशनल का खिताब जीतकर फिलीपींस की मॉडल को हराया

रेचल  ने इससे पहले भी ‘मिस सुपर टैलेंट ऑफ द वर्ल्ड’ का खिताब जीता था, जो उन्होंने दो साल पहले पेरिस में जीता था। उस प्रतियोगिता में उन्होंने पोलैंड की वेरोनिका नोवाक के साथ संयुक्त रूप से खिताब जीता था, दोनों ने अंतिम चरण में समान अंक प्राप्त किए थे। यह प्रतियोगिता पहले मिस एशिया-पैसिफिक इंटरनेशनल के नाम से जानी जाती थी।

PSL 2025: मोहम्मद रिजवान की टीम जीत के लिए तरस रही! प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल
PSL 2025: मोहम्मद रिजवान की टीम जीत के लिए तरस रही! प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल

भारतीय सिनेमा का योगदान

यह उल्लेखनीय है कि भारत ने इस खिताब को पाने के लिए 45 साल का लंबा इंतजार किया है। 1970 में, अभिनेत्री जीनत अमान ने पहली बार इस खिताब को भारत के लिए जीता था। रेचल  का यह खिताब इस बात का संकेत है कि भारत की महिलाएं अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं और विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्टता प्राप्त कर रही हैं।

प्रतियोगिता की महत्वपूर्ण जानकारियाँ

मिस ग्रैंड इंटरनेशनल के फिनाले में रेचल  के अलावा कई अन्य प्रतिभागियों ने भी हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में फिलीपींस की क्रिस्टिन जूलियन ओपियाजा पहले रनर अप रहीं, जबकि म्यांमार की थाई सू न्यान, फ्रांस की सफीटो कबेन्जेले और ब्राजील की तालिता हार्टमैन ने क्रमशः तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान हासिल किया।

रेचल  की इस जीत ने न केवल उनके परिवार और समुदाय को गर्वित किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि युवा भारतीय महिलाएं अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी पहचान बना रही हैं। रेचल  की उपलब्धियों ने साबित किया है कि अगर संघर्ष और लगन हो, तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

भविष्य की योजनाएँ

रेचल  गुप्ता ने अपनी जीत के बाद कहा है कि वह अपनी यात्रा को जारी रखना चाहती हैं और आने वाले समय में और भी प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहेंगी। उनका उद्देश्य न केवल खुद को आगे बढ़ाना है, बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा बनना भी है। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि और युवा लड़कियाँ भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे आएं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें।

RVUNL JE Result 2025: RVUNL JE और जूनियर केमिस्ट परीक्षा परिणाम घोषित, चेक करें अपना स्कोर
RVUNL JE Result 2025: RVUNL JE और जूनियर केमिस्ट परीक्षा परिणाम घोषित, चेक करें अपना स्कोर

समुदाय और परिवार का समर्थन

रेचल  की इस सफलता के पीछे उनके परिवार का भी बड़ा योगदान है। उन्होंने अपने माता-पिता और परिवार के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया और उनके सपनों को साकार करने में मदद की। रेचल  की मां ने कहा कि “हमारे लिए यह एक गर्व का पल है। रेचल  ने जो कुछ भी किया है, वह सब हमारे लिए एक सपना सच होने जैसा है।”

समापन

रेचल  गुप्ता की इस उपलब्धि ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकती हैं। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। यह जीत न केवल रेचल  के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा लेकर आई है। भारत की युवा पीढ़ी को यह सीखने की आवश्यकता है कि संघर्ष और लगन के साथ किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है, और रेचल  इस सिद्धांत का एक जीवंत उदाहरण हैं।

Back to top button